आज के समय में म्यूचुअल फंड के जरिए एसआईपी (SIP – Systematic Investment Plan) में निवेश करना तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। SIP निवेशकों को नियमित रूप से एक तय राशि निवेश करने की सुविधा देता है, जिससे वे लंबी अवधि में बड़ा फंड बना सकते हैं। लेकिन सवाल उठता है कि निवेश शुरू करने की सही उम्र क्या है और इसे बढ़ाने का फायदा कितना होता है।
आइए 20, 30 और 40 साल की उम्र में SIP शुरू करने के लाभों पर नजर डालते हैं और देखते हैं कि कैसे आप रिटायरमेंट तक करोड़ों के मालिक बन सकते हैं।
20 साल की उम्र में 2,000 रुपये का SIP
अगर आप 20 साल की उम्र में SIP शुरू करते हैं और म्यूचुअल फंड में हर महीने ₹2,000 का निवेश करते हैं, तो 12% वार्षिक रिटर्न की दर से 40 साल में यह राशि ₹2,37,64,840 तक पहुंच सकती है।
इससे पता चलता है कि जितनी जल्दी आप निवेश शुरू करेंगे, कंपाउंडिंग का उतना अधिक लाभ मिलेगा। यह उम्र निवेश के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती है, क्योंकि आपके पास लंबी अवधि तक निवेश करने का समय होता है।
30 साल की उम्र में 4,000 रुपये का SIP
अगर आप 30 साल की उम्र में SIP शुरू करते हैं और हर महीने ₹4,000 का निवेश करते हैं, तो 12% वार्षिक रिटर्न के आधार पर 30 साल में यह राशि ₹1,41,19,655 तक पहुंच सकती है।
यह आंकड़ा 20 साल की उम्र में शुरू किए गए SIP के मुकाबले कम है, क्योंकि निवेश की अवधि 10 साल कम हो जाती है। इससे यह स्पष्ट होता है कि समय का महत्व कितना अधिक है।
40 साल की उम्र में 6,000 रुपये का SIP
यदि आप 40 साल की उम्र में SIP शुरू करते हैं और हर महीने ₹6,000 का निवेश करते हैं, तो 12% वार्षिक रिटर्न के साथ 20 साल में यह राशि ₹59,94,888 हो सकती है।
यहां यह समझना महत्वपूर्ण है कि SIP की राशि बढ़ाने के बावजूद निवेश की अवधि छोटी होने के कारण फंड का आकार 20 साल की उम्र में शुरू किए गए SIP के मुकाबले काफी कम होता है।
जल्दी शुरुआत का फायदा
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि SIP में जितनी जल्दी शुरुआत करेंगे, उतना अधिक लाभ मिलेगा। कंपाउंडिंग (Compounding) का सिद्धांत यही कहता है कि पैसा समय के साथ तेज गति से बढ़ता है।
उदाहरण के लिए, 20 साल की उम्र में ₹2,000 का SIP 40 साल में ₹2.37 करोड़ तक पहुंच जाता है। जबकि 40 साल की उम्र में ₹6,000 का SIP भी 20 साल में केवल ₹59.94 लाख तक ही बढ़ पाता है।
निवेश की अवधि और योजना का महत्व
SIP निवेश में राशि से अधिक महत्वपूर्ण है निवेश की अवधि। निवेश को लंबे समय तक जारी रखने से फंड का आकार तेजी से बढ़ता है। साथ ही, म्यूचुअल फंड में 12% वार्षिक रिटर्न का मानक औसतन अच्छा माना जाता है, जो इसे अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में अधिक लाभदायक बनाता है।
निवेशकों के लिए विशेषज्ञों की सलाह
- निवेश की शुरुआत जितनी जल्दी होगी, उतना ही अधिक फायदा मिलेगा।
- म्यूचुअल फंड निवेश में धैर्य रखना बेहद जरूरी है।
- यदि आपकी आय बढ़ रही है, तो SIP की राशि भी बढ़ाएं ताकि आपके फंड का आकार और अधिक हो सके।
- केवल एक फंड में निवेश न करें। अपनी पोर्टफोलियो को विविधतापूर्ण बनाएं।