उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में 13 दिसंबर को कक्षा आठ तक के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। यह निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी दौरे और शहर में हो रहे रूट डायवर्जन को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) प्रवीण कुमार तिवारी ने इस आदेश की पुष्टि करते हुए कहा कि इस दौरान सभी स्कूलों में ऑनलाइन शिक्षा की गतिविधियां जारी रहेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि स्कूल प्रमुखों और प्रबंधकों को आदेश का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं।
पीएम मोदी का महाकुंभ दौरा और विशेष तैयारियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को प्रयागराज का दौरा करेंगे, जहां वे महाकुंभ के शुभारंभ में भाग लेंगे। प्रधानमंत्री का यह दौरा खास महत्व रखता है, क्योंकि यह महाकुंभ मेला विश्वभर के श्रद्धालुओं और संतों के लिए एक प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन होता है। पीएम मोदी सुबह 11:30 बजे से लेकर 3:30 बजे तक प्रयागराज में रहेंगे। उनके दौरे के मद्देनजर शहर में यातायात व्यवस्था को पूरी तरह से नियंत्रित किया जाएगा, जिससे स्कूलों के संचालन में किसी भी तरह की असुविधा न हो।
रूट डायवर्जन और सुरक्षा व्यवस्था
प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के दौरान प्रयागराज में भारी सुरक्षा और रूट डायवर्जन के कारण स्कूलों में नियमित शैक्षिक गतिविधियों को रोकने का यह निर्णय लिया गया है। बीएसए ने इस बात पर जोर दिया कि यह कदम छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। प्रशासन ने पहले से ही विभिन्न क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था के लिए विशेष तैयारियां की हैं और यह सुनिश्चित किया है कि सार्वजनिक परिवहन भी सुचारू रूप से चल सके।
महाकुंभ के विशेष आयोजन
प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के दौरान महाकुंभ का शुभारंभ किया जाएगा, जिसमें देश-विदेश से आए संतों और श्रद्धालुओं की उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी। इस बार महाकुंभ में विशेष रूप से अखाड़ों के संतों को पूजा के लिए आमंत्रित किया गया है। पूजा के बाद प्रधानमंत्री मोदी इन संतों से पंडाल में मुलाकात करेंगे, जहां उनके स्वागत के लिए अलग-अलग कुर्सियां और सोफे लगाए जा रहे हैं। मेला प्रशासन ने संतों, तीर्थ पुरोहितों, दंडी बाड़ा के प्रतिनिधियों, और खाकचौक व्यवस्था समिति के प्रमुख संतों की एक विशेष सूची तैयार की है, जिसे एसपीजी को सौंपा गया है।
महाकुंभ का आयोजन विशेष रूप से धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होता है और प्रधानमंत्री मोदी का इसमें भाग लेना इस आयोजन की महत्ता को और बढ़ा देता है। यह कार्यक्रम हिंदू धर्म के प्रमुख अनुष्ठानों में से एक माना जाता है, जो हर 12 वर्ष में एक बार आयोजित किया जाता है।
सुरक्षा और व्यवस्था पर ध्यान
इस दौरान शहर में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ी से कड़ी बनाने के लिए पुलिस प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए हैं। पीएम मोदी के दौरे के साथ-साथ महाकुंभ के आयोजनों को लेकर व्यापक सुरक्षा जांच की जाएगी। प्रशासन ने सुरक्षा बलों को दिशा-निर्देश दिए हैं कि कोई भी संदिग्ध गतिविधि होने पर तत्काल कार्रवाई की जाए। शहर भर में सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे, और विशेष रूप से महाकुंभ स्थल और पीएम मोदी के दौरे वाले क्षेत्रों में कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
स्कूलों की ऑनलाइन शिक्षा की पहल
जहां एक ओर इस दिन के लिए स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया है, वहीं दूसरी ओर यह भी सुनिश्चित किया गया है कि छात्रों का अध्ययन कार्य रुके नहीं। जिला शिक्षा विभाग ने निर्देशित किया है कि ऑनलाइन शिक्षा की गतिविधियां निरंतर जारी रहेंगी। इस पहल के तहत शिक्षक अपने छात्रों को ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई कराएंगे, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में कोई कमी न आए।