हाल ही में, राजस्थान सरकार ने राज्य की बालिकाओं के लिए एक नई योजना का ऐलान किया है, जिसका नाम है लाडो प्रोत्साहन योजना (Lado Protsahan Yojana 2024)। इस योजना का उद्देश्य राज्य में बालिकाओं के प्रति समाज की सोच को बदलने और उनके भविष्य को सशक्त बनाना है। राजस्थान सरकार ने इस योजना के तहत 2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने का निर्णय लिया है, जिसे बालिकाओं को जन्म से लेकर 21 वर्ष तक विभिन्न चरणों में किस्तों के रूप में प्रदान किया जाएगा।
इस योजना के जरिए राज्य की आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बालिकाओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, और यह राशि उनके बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर की जाएगी। यह पहल बालिकाओं को शिक्षा और सामाजिक सशक्तिकरण के क्षेत्र में एक नया अवसर प्रदान करेगी।
लाडो प्रोत्साहन योजना
लाडो प्रोत्साहन योजना का मुख्य उद्देश्य राजस्थान में बेटियों के प्रति नकारात्मक सोच को समाप्त करना और उनके जीवन में सुधार लाना है। राजस्थान में बालिकाओं को समाज में समान अवसर प्राप्त करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। सरकार का मानना है कि यदि बेटियों को शुरू से ही प्रोत्साहन मिले, तो वे समाज में अपनी पहचान बना सकती हैं और अपने सपनों को साकार कर सकती हैं।
इस योजना के तहत 2 लाख रुपए का लाभ बेटियों को जन्म से लेकर 21 साल की उम्र तक मिलेगा। इस राशि को विभिन्न चरणों में किस्तों के रूप में प्रदान किया जाएगा, ताकि बालिकाएं इस राशि का उपयोग अपनी शिक्षा और विकास के लिए कर सकें।
लाडो प्रोत्साहन योजना के तहत मिलने वाली राशि
राजस्थान सरकार द्वारा दी जाने वाली इस आर्थिक सहायता की राशि बालिकाओं को किस्तों में दी जाएगी, और प्रत्येक किस्त का भुगतान उनकी शिक्षा की प्रगति के अनुसार किया जाएगा। योजना के तहत दी जाने वाली राशि इस प्रकार से है:
- कक्षा 6 में प्रवेश पर: ₹6000
- कक्षा 9 में प्रवेश पर: ₹8000
- कक्षा 10 में प्रवेश पर: ₹10000
- कक्षा 11 में प्रवेश पर: ₹12000
- कक्षा 12 में प्रवेश पर: ₹14000
- ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष में: ₹50000
- 21 वर्ष की आयु में: ₹100000
यह राशि बालिकाओं को किस्तों के रूप में दी जाएगी, और यह सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी। इस प्रकार की राशि व्यवस्था बालिकाओं को शिक्षा और अन्य ज़रूरी खर्चों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।
योजना के लिए पात्रता
लाडो प्रोत्साहन योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए कुछ पात्रता मानदंड हैं। इस योजना का लाभ राजस्थान राज्य के मूल निवासी बेटियों को मिलेगा, जो आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से आती हैं। इसके अलावा, योजना का लाभ उन बेटियों को मिलेगा जिनका जन्म राजस्थान में हुआ है और जिनके पास खुद का बैंक खाता, राशन कार्ड, आधार कार्ड, माता-पिता का आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, और जाति प्रमाण पत्र जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज़ हैं।
इस योजना के तहत एससी, एसटी, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस वर्ग की बालिकाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि इस योजना का लाभ उन सभी बेटियों तक पहुंचे, जो सच्चे अर्थों में इसके पात्र हैं और इसे अपनी शिक्षा के लिए उपयोग कर सकें।
लाडो प्रोत्साहन योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
राजस्थान सरकार ने इस योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया की शुरुआत अभी तक नहीं की है, लेकिन जल्द ही इसकी आधिकारिक वेबसाइट लॉन्च की जाएगी। इस वेबसाइट पर जाकर योग्य उम्मीदवार अपने आवेदन भर सकेंगे।
जैसे ही आवेदन की प्रक्रिया शुरू होगी, सरकार द्वारा जारी की गई विस्तृत जानकारी के साथ हम आपको अपडेट प्रदान करेंगे। इसलिए, इस योजना से जुड़ी पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे साथ जुड़े रहें।
योजना का महत्व
राजस्थान सरकार का यह कदम न केवल बेटियों के जीवन को बेहतर बनाएगा, बल्कि यह समाज में लैंगिक समानता की दिशा में भी एक बड़ा कदम होगा। इस योजना के माध्यम से राजस्थान की बालिकाओं को एक आर्थिक सहारा मिलेगा, जिससे वे अपनी शिक्षा और व्यक्तिगत विकास पर ध्यान केंद्रित कर सकें। साथ ही, यह पहल राज्य में बालिकाओं के लिए शिक्षा की राह को और अधिक सुलभ बनाने में मदद करेगी।
राजस्थान सरकार की लाडो प्रोत्साहन योजना ने यह सिद्ध कर दिया है कि वह राज्य की बालिकाओं के उज्जवल भविष्य के लिए गंभीर है। यह योजना अन्य राज्यों के लिए भी एक प्रेरणा बन सकती है, जो अपनी बेटियों को समाज में आगे बढ़ने के लिए समान अवसर देना चाहते हैं।