राज्य सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (PM-KUSUM) योजना के तहत अनुदान पर सोलर पंप उपलब्ध कराने का ऐलान किया है। इस योजना का उद्देश्य किसानों को सस्ती दरों पर सोलर पंप प्रदान करना है, ताकि वे अपनी सिंचाई की जरूरतों को सस्ती और स्थिर ऊर्जा के जरिए पूरा कर सकें। यह योजना खासतौर पर विंध्याचल मंडल के सभी जिलों के किसानों को लाभ पहुंचाएगी। सोलर पंपों की बुकिंग प्रक्रिया जल्द ही विभागीय वेबसाइट पर ऑनलाइन शुरू की जाएगी, जिससे किसान इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन कर सकेंगे।
PM-KUSUM योजना क्या है?
प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (PM-KUSUM) योजना के तहत किसानों को 2 HP से लेकर 10 HP तक के सोलर पंप उपलब्ध होंगे। इन पंपों को किसानों को सस्ती दरों पर उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे उनके ऊर्जा खर्च में भारी बचत होगी। खास बात यह है कि इस योजना के अंतर्गत सोलर पंपों की बुकिंग ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर की जाएगी, यानी जितने जल्दी किसान आवेदन करेंगे, उतनी ही जल्दी उन्हें पंप मिलेगा। सोनभद्र के जिला कृषि अधिकारी हरी कृष्ण मिश्र ने बताया कि इस योजना के तहत सीमित संख्या में पंप उपलब्ध होंगे, इसलिए इच्छुक किसानों को जल्द से जल्द अपना पंजीकरण कराना होगा।
सोलर पंपों के लाभ और उद्देश्य
इस योजना का उद्देश्य सिर्फ किसानों को सोलर पंप उपलब्ध कराना नहीं है, बल्कि इससे जुड़े कई अन्य लाभ भी किसानों को मिलेंगे। सोलर पंपों की मदद से किसान सिंचाई के लिए विद्युत आपूर्ति पर अपनी निर्भरता को कम कर सकेंगे। इसके अलावा, सोलर ऊर्जा के उपयोग से उनकी ऊर्जा जरूरतें पूरी होंगी और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी यह एक सकारात्मक कदम होगा, क्योंकि यह रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) के इस्तेमाल को बढ़ावा देगा।
सोलर पंपों के माध्यम से किसान अपनी खेतों की सिंचाई की प्रक्रिया को आसान और सस्ता बना सकेंगे। इसके अलावा, कृषि क्षेत्र में सस्टेनेबल विकास के लिए यह एक बड़ा कदम साबित होगा, क्योंकि सोलर पंपों के प्रयोग से बिजली की खपत में भी कमी आएगी, जिससे किसानों को लंबे समय तक आर्थिक लाभ मिलेगा।
आवेदन प्रक्रिया और शर्तें
किसान इस योजना का लाभ लेने के लिए विभागीय वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं। पंजीकरण के बाद, किसानों को अपनी कृषक अंश की धनराशि इंडियन बैंक की किसी भी शाखा में जमा करनी होगी। यह राशि एक सप्ताह के भीतर जमा करनी होगी, अन्यथा उसका चयन निरस्त कर दिया जाएगा। योजना का उद्देश्य सोलर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना और किसानों को सस्ती ऊर्जा मुहैया कराना है, जिससे उनकी कृषि उत्पादन में भी वृद्धि हो सके। इसके अलावा, सोलर पंपों के माध्यम से किसान अपनी सिंचाई में किफायती विकल्पों का इस्तेमाल कर सकेंगे।
PM-KUSUM योजना का प्रभाव
यह योजना किसानों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है, क्योंकि इसे लागू करने से उनकी ऊर्जा खर्च में कमी आएगी और उन्हें सस्ती दरों पर सोलर पंप मिलेंगे। यह योजना खासकर उन किसानों के लिए महत्वपूर्ण है जो उच्च ऊर्जा बिलों और बिजली की कटौती के कारण परेशान हैं। इसके अलावा, यह योजना भारत सरकार के रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) के लक्ष्य की दिशा में भी एक अहम कदम है, क्योंकि यह सोलर ऊर्जा के इस्तेमाल को बढ़ावा देगी। राज्य सरकार द्वारा इस योजना की शुरुआत से किसानों को लंबे समय तक आर्थिक राहत मिलेगी।
इसके साथ ही, सोलर पंपों का उपयोग करके किसान अपनी सिंचाई प्रणाली को भी सस्टेनेबल बना सकते हैं, जिससे पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी यह योजना लाभकारी साबित होगी। अब किसानों को सिंचाई के लिए केवल सरकारी बिजली पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा, जिससे उनकी उत्पादन क्षमता में भी वृद्धि हो सकती है।
ऑनलाइन पंजीकरण कब से शुरू होगा?
सोनभद्र के जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि योजना के अंतर्गत सोलर पंपों की बुकिंग प्रक्रिया बहुत जल्द ही संबंधित विभाग की वेबसाइट पर शुरू होगी। किसानों को इस प्रक्रिया का पालन करते हुए ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा और तय समय सीमा के भीतर अपनी कृषक अंश की राशि जमा करनी होगी। आवेदन प्रक्रिया के दौरान यदि कोई किसान निर्धारित समय सीमा में राशि जमा करने में असफल रहता है, तो उसका चयन निरस्त कर दिया जाएगा। इसलिए, किसानों को इस योजना का लाभ उठाने के लिए समय रहते पंजीकरण कराना बेहद महत्वपूर्ण है।