बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव वाले क्षेत्र के चलते आंध्र प्रदेश के कई जिलों में मध्यम से भारी बारिश का सिलसिला जारी है। खासतौर पर तिरुपति और चित्तूर जिलों में भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। जबकि राज्य के अन्य हिस्सों में हल्की बारिश की सूचना है, इन दो जिलों में बारिश की तीव्रता ने स्थानीय प्रशासन की चिंताओं को बढ़ा दिया है।
प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ और तेज़ बहाव को ध्यान में रखते हुए स्थानीय प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले निवासियों को सतर्क रहने की चेतावनी जारी की है।
कलंगी जलाशय और अरनियार परियोजना से पानी छोड़ा गया
भारी बारिश के कारण नदियों, नालों और जलाशयों में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। प्रशासन ने बाढ़ की संभावनाओं को देखते हुए कलंगी जलाशय और अरनियार परियोजना से पानी छोड़ने का फैसला किया है। जिले की लगभग सभी परियोजनाएं और बांध अपनी पूरी जल क्षमता तक पहुंच चुके हैं, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई है।
इस स्थिति में स्थानीय प्रशासन और जल प्रबंधन प्राधिकरण लगातार सतर्क हैं और हालात पर नजर बनाए हुए हैं। बाढ़ संभावित क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने और सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
स्कूल-कॉलेज बंद, छात्रों की सुरक्षा सर्वोपरि
बारिश और बाढ़ के बढ़ते खतरे को देखते हुए, तिरुपति और चित्तूर जिलों में सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने के आदेश दिए गए हैं। इसमें सरकारी और निजी स्कूलों के साथ-साथ कॉलेज और आंगनवाड़ी केंद्र भी शामिल हैं। जिला प्रभारी कलेक्टर भंसल ने खराब मौसम को ध्यान में रखते हुए छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया।
स्थानीय प्रशासन ने स्कूल बंद करने का फैसला इसलिए लिया है ताकि छात्रों और शिक्षकों को यात्रा में किसी तरह की परेशानी या जोखिम न उठाना पड़े।
स्थानीय निवासियों के लिए चेतावनी जारी
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र और अधिक सक्रिय हो सकता है, जिससे बारिश का सिलसिला अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकता है। प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को अलर्ट रहने और सावधानी बरतने की अपील की है।
निवासियों से कहा गया है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। साथ ही, किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबरों का उपयोग करने का निर्देश दिया गया है।
तिरुपति और चित्तूर में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित
तिरुपति और चित्तूर जिलों में लगातार बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। सड़कों पर जलजमाव और नदियों के उफान से यातायात बाधित हो रहा है। प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है, लेकिन भारी बारिश के चलते चुनौतियां बढ़ रही हैं।
स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि जलग्रहण क्षेत्रों में रह रहे लोगों को घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। राहत टीमों को अलर्ट पर रखा गया है और प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने आने वाले 24 से 48 घंटों में और अधिक बारिश होने की संभावना जताई है। इस चेतावनी को देखते हुए प्रशासन ने अपनी तैयारियों को और मजबूत किया है। बाढ़ संभावित क्षेत्रों में राहत शिविर स्थापित किए गए हैं और स्थानीय अधिकारियों को स्थिति पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।
क्या करें और क्या न करें?
- प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
- अनावश्यक यात्रा से बचें और सुरक्षित स्थान पर रहें।
- जलजमाव और तेज़ बहाव वाले क्षेत्रों में जाने से बचें।
- किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबरों का इस्तेमाल करें।