केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों की रिटायर होने की आयु (Retirement Age) में फिलहाल कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। लोकसभा में केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने एक लिखित जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्ति आयु में संशोधन का कोई प्रस्ताव सरकार के पास विचाराधीन नहीं है। वर्तमान में केंद्रीय कर्मचारी 60 वर्ष की आयु पूरी करने पर सेवानिवृत्त होते हैं।
क्या सरकारी कर्मचारियों की रिटायर होने की आयु बदलने वाली है?
लोकसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, “सरकार के पास केंद्रीय कर्मचारियों की रिटायर होने की आयु में बदलाव करने का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है।” यह बयान उन चर्चाओं को खारिज करता है, जिनमें यह दावा किया जा रहा था कि सेवानिवृत्ति आयु में बदलाव की संभावना है।
रोजगार के नए अवसरों पर फोकस
डॉ. सिंह ने कहा कि सरकार लगातार सिविल सेवाओं में युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए नई नीतियों और कार्यक्रमों पर काम कर रही है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयों और विभागों को रिक्त पदों को समय पर भरने के निर्देश दिए गए हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए रोजगार मेले (Rozgar Melas) जैसे कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं।
रोजगार मेले केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (Central Public Sector Undertakings – CPSUs), स्वायत्त निकायों, और शिक्षा व स्वास्थ्य संस्थानों सहित विभिन्न क्षेत्रों में मिशन मोड पर आयोजित किए जा रहे हैं। इनका उद्देश्य युवाओं को सरकारी सेवाओं में रोजगार के अवसर प्रदान करना है।
सरकारी कर्मचारियों की रिटायर होने की आयु
वर्तमान नियमों के अनुसार केंद्र सरकार के कर्मचारी 60 वर्ष की आयु पूरी करने पर अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्त हो जाते हैं। हाल के वर्षों में कई बार चर्चा हुई है कि इस आयु को 62 वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है, लेकिन अब तक ऐसा कोई प्रस्ताव पारित नहीं हुआ है।
युवाओं को रोजगार में प्राथमिकता
सरकार ने कहा कि वह युवाओं को प्रशासनिक सेवाओं में रोजगार देने को प्राथमिकता देती है। डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार कामकाज की आवश्यकता के आधार पर नई नीतियों और कार्यक्रमों को लागू करती है। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार रिक्त पदों को समयबद्ध तरीके से भरने और युवाओं को रोजगार देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
रिटायर होने की आयु में बदलाव: क्यों हो रही है चर्चा?
सेवानिवृत्ति आयु में बदलाव पर चर्चा अक्सर होती रहती है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि जनसंख्या वृद्धि और सरकारी सेवाओं की बढ़ती मांग को देखते हुए सेवानिवृत्ति आयु को बढ़ाया जा सकता है। वहीं, कुछ का कहना है कि ऐसा करने से नए रोजगार अवसरों में कमी आ सकती है। हालांकि केंद्र सरकार ने अपने ताजा बयान में यह स्पष्ट कर दिया है कि फिलहाल इस दिशा में कोई योजना नहीं है।
1. क्या केंद्रीय कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति आयु 62 वर्ष होने वाली है?
नहीं, सरकार ने साफ किया है कि ऐसा कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। मौजूदा सेवानिवृत्ति आयु 60 वर्ष ही है।
2. सरकार युवाओं के लिए क्या कर रही है?
सरकार रोजगार मेले आयोजित कर रही है और सिविल सेवाओं में युवाओं के लिए अधिक अवसर पैदा करने के लिए नई नीतियों पर काम कर रही है।
3. क्या सेवानिवृत्ति आयु में बदलाव से रोजगार पर असर पड़ेगा?
हां, विशेषज्ञों का मानना है कि यदि सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाई गई, तो इससे नए रोजगार के अवसरों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
4. रोजगार मेले में कौन-कौन से संस्थान भाग लेते हैं?
रोजगार मेले में केंद्रीय मंत्रालय, विभाग, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम, स्वायत्त निकाय, और शिक्षा व स्वास्थ्य संस्थान भाग लेते हैं।
5. क्या राज्य सरकारों की सेवानिवृत्ति आयु में बदलाव हो सकता है?
यह राज्य सरकारों की नीति पर निर्भर करता है। केंद्र सरकार का ताजा बयान सिर्फ केंद्रीय कर्मचारियों पर लागू होता है।
6. क्या निजी क्षेत्र में भी सेवानिवृत्ति आयु में बदलाव पर विचार हो रहा है?
निजी क्षेत्र में सेवानिवृत्ति आयु अलग-अलग कंपनियों की नीतियों पर निर्भर करती है। इसमें केंद्र सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं होता।
7. केंद्रीय कर्मचारियों की मौजूदा सेवानिवृत्ति आयु कब निर्धारित हुई थी?
मौजूदा सेवानिवृत्ति आयु लंबे समय से 60 वर्ष ही है।
8. क्या सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाने से पेंशन पर बोझ बढ़ेगा?
हां, अगर सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाई जाती है, तो इससे पेंशन सिस्टम पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है।