शिमला, 09 दिसंबर। हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों के लिए छुट्टियों का नया शेड्यूल जारी किया गया है। शिक्षा विभाग ने सोमवार को इस बारे में अधिसूचना जारी की। इसमें ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन स्कूलों के लिए छुट्टियों की अवधि और तरीके में महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। अब विभिन्न परिस्थितियों जैसे मौसम, त्योहारों और आपातकालीन स्थितियों के आधार पर छुट्टियां निर्धारित की जाएंगी। खास बात यह है कि छुट्टियों का यह फैसला अब संबंधित जिलों के उपायुक्त (डीसी) करेंगे।
जिलाधीश को मिला छुट्टियों का फैसला लेने का अधिकार
पहले स्कूलों की छुट्टियां शिक्षा विभाग द्वारा तय की जाती थीं, लेकिन इस बार शिक्षा विभाग ने जिलाधीशों को अधिकृत किया है। यह फैसला राज्य में मानसून और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान होने वाले व्यवधान को ध्यान में रखकर लिया गया है। जिलाधीश अब बारिश, गर्मी, ठंड और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के आधार पर छुट्टियों की घोषणा करेंगे।
ग्रीष्मकालीन स्कूलों की छुट्टियां
ग्रीष्मकालीन स्कूलों में इस बार समर ब्रेक और मॉनसून ब्रेक को अलग-अलग रखा गया है। कुल 40 दिनों की छुट्टियां होंगी, जो दो चरणों में दी जाएंगी।
- समर ब्रेक: 15 से 20 दिनों का होगा। इसकी घोषणा संबंधित जिलाधीश द्वारा की जाएगी।
- मॉनसून ब्रेक: 20 से 25 दिनों का होगा। यह भी जिलाधीश द्वारा मौसम की स्थिति को देखते हुए तय किया जाएगा।
जिलाधीश को अधिकार दिया गया है कि वे मौसम और परिस्थितियों के अनुसार इन छुट्टियों की अवधि घटा या बढ़ा सकते हैं। हालांकि, कुल मिलाकर 40 दिनों से अधिक छुट्टियां नहीं होंगी। इसके अतिरिक्त, इन स्कूलों में विंटर ब्रेक केवल 7 दिनों का होगा, जो जिलाधीश की सिफारिशों पर निर्भर करेगा।
शीतकालीन स्कूलों का शेड्यूल
शीतकालीन स्कूलों में कुल 52 दिनों की छुट्टियां दी जाएंगी।
- विंटर ब्रेक: 42 दिनों का होगा, जो 1 जनवरी से 11 फरवरी तक चलेगा।
- आपातकालीन ब्रेक: 7 दिनों का होगा, जो जिलाधीश द्वारा मौसम की स्थिति के आधार पर तय किया जाएगा।
- त्योहारों के दौरान छुट्टियां: इन स्कूलों में दिवाली के दौरान दो दिन पहले और एक दिन बाद की छुट्टियां दी जाएंगी।
त्योहारों के लिए विशेष प्रावधान
त्योहारों के दौरान सभी स्कूलों को छुट्टियां दी जाएंगी।
- ग्रीष्मकालीन स्कूलों में दिवाली की छुट्टियां: दो दिन पहले और तीन दिन बाद।
- कुल्लू जिले में दशहरे के बाद पांच दिनों की छुट्टियां निर्धारित की गई हैं।
- शीतकालीन स्कूलों में दिवाली के लिए दो दिन पहले और एक दिन बाद छुट्टी होगी।
ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन स्कूलों के क्षेत्र
हिमाचल प्रदेश में स्कूलों को उनके भौगोलिक क्षेत्र और मौसम के आधार पर ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन स्कूलों में बांटा गया है।
- ग्रीष्मकालीन स्कूल: कांगड़ा, चम्बा, बिलासपुर, हमीरपुर, ऊना, मंडी, सोलन और सिरमौर के मैदानी क्षेत्रों में आते हैं।
- शीतकालीन स्कूल: शिमला, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, किन्नौर और चम्बा, सोलन, सिरमौर के पर्वतीय इलाकों के स्कूल शामिल हैं।
सुझावों के लिए 15 दिन का समय
शिक्षा विभाग ने इस शेड्यूल को लेकर सभी संबंधित पक्षों से 15 दिनों के भीतर सुझाव मांगे हैं। अधिकारियों का कहना है कि छात्रों और शिक्षकों के हितों को ध्यान में रखते हुए किसी भी उचित सुझाव को लागू किया जाएगा।
नई व्यवस्था से क्या होंगे फायदे?
इस नई व्यवस्था का उद्देश्य छुट्टियों के शेड्यूल को ज्यादा लचीला और परिस्थितियों के अनुकूल बनाना है। मानसून और अन्य आपातकालीन परिस्थितियों में जिलाधीशों के पास निर्णय लेने का अधिकार होने से स्कूलों के संचालन में सुगमता आएगी।