हरियाणा में राशन कार्ड धारकों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। राज्य के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने घोषणा की है कि प्रदेश के सभी राशन डिपो पर 31 दिसंबर 2024 तक राशन तेल उपलब्ध कराया जाएगा। यह कदम खास तौर पर उन शिकायतों के मद्देनजर उठाया गया है, जिनमें कहा गया था कि नवंबर महीने का राशन तेल कई जिलों में लाभार्थियों तक नहीं पहुंच सका था। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के मंत्री राजेश नागर ने इस मामले पर त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए सभी राशन डिपो पर तेल की आपूर्ति सुनिश्चित करने का आदेश दिया है।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग का बड़ा कदम
राज्य के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने अब राशन तेल की उपलब्धता को लेकर अपनी ओर से पूरी तैयारी कर ली है। मंत्री राजेश नागर ने इस संबंध में एक निर्देश जारी किया है, जिसमें साफ कहा गया है कि हरियाणा के सभी राशन डिपो में तेल की पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति की जाए, ताकि किसी भी लाभार्थी को परेशानी न हो। मंत्री ने यह भी सुनिश्चित किया है कि राशन डिपो में तेल की कोई कमी न हो और राज्यभर में वितरण प्रक्रिया सही तरीके से चले।
हैफेड और कनफेड को जिम्मेदारी
राज्य सरकार ने हैफेड (Haryana Co-operative Supply and Marketing Federation) और कनफेड (Haryana State Cooperative Federation) को जिम्मेदारी सौंपी है कि वे सभी जिलों में समय पर राशन तेल की आपूर्ति करें। इन दोनों संस्थाओं को वितरण के कार्य को सुचारु रूप से चलाने के लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत दोनों संस्थाएं सुनिश्चित करेंगी कि तेल की आपूर्ति में कोई भी बाधा न आए और सभी लाभार्थियों तक यह तेल पहुंच सके।
राशन डिपो संचालकों को सख्त आदेश
इसके अलावा, राज्य सरकार ने सभी राशन डिपो संचालकों को निर्देश दिए हैं कि वे नवंबर और दिसंबर दोनों महीनों का राशन तेल वंचित लाभार्थियों तक पहुंचाएं। इस फैसले का उद्देश्य उन कार्ड धारकों की समस्या का समाधान करना है, जिनको नवंबर महीने में राशन तेल प्राप्त नहीं हो पाया था। मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया है कि दिसंबर में यह गलती दोहराई नहीं जाएगी और सभी लाभार्थियों को उनका राशन तेल समय पर मिलेगा।
शिकायतों के बाद लिया गया फैसला
नवंबर महीने में कई जिलों से यह शिकायतें आई थीं कि राशन कार्ड धारकों को निर्धारित राशन तेल नहीं मिला। इसको देखते हुए खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लिया और इस समस्या का समाधान सुनिश्चित करने के लिए त्वरित कदम उठाए। मंत्री राजेश नागर ने इस मुद्दे को लेकर विभागीय अधिकारियों से भी बात की और समस्याओं के निवारण के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
दिसंबर में व्यवस्था दुरुस्त
मंत्री ने यह भी सुनिश्चित किया है कि दिसंबर महीने में राशन तेल की कोई कमी न हो और वितरण की प्रक्रिया पूरी तरह से व्यवस्थित रहे। उन्होंने अधिकारियों से यह भी कहा है कि किसी भी प्रकार की समस्या को शीघ्रता से सुलझाया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि तेल वितरण में किसी प्रकार की लापरवाही न हो।
बायोमैट्रिक सिस्टम और पारदर्शिता
राशन वितरण प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए विभाग ने बायोमैट्रिक सत्यापन प्रणाली को और सख्त कर दिया है। यह कदम इस बात को सुनिश्चित करेगा कि केवल पात्र लाभार्थियों को ही राशन तेल दिया जाए। बायोमैट्रिक सत्यापन में आ रही समस्याओं को दूर करने के लिए राज्य सरकार ने राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) को भी निर्देशित किया है कि वे इसे सही तरीके से लागू करें। इसके साथ ही, डिजिटल मॉनिटरिंग सिस्टम के माध्यम से वितरण प्रक्रिया की निगरानी की जाएगी, ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या अनियमितता से बचा जा सके।
पात्र लाभार्थियों के लिए तेल की आपूर्ति
हरियाणा में राशन कार्ड धारक जो राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत आते हैं, वे इस योजना के पात्र हैं। इनमें प्राथमिकता श्रेणी के कार्ड धारक और अंत्योदय योजना के लाभार्थी शामिल हैं। इन सभी कार्ड धारकों को सब्सिडी पर राशन और तेल दिया जाता है। राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी पात्र लाभार्थियों को नवंबर और दिसंबर महीने का राशन तेल समय पर मिल जाए।
राशन डिपो पर तेल की उपलब्धता
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने यह भी घोषणा की है कि राशन डिपो पर पर्याप्त मात्रा में तेल की आपूर्ति की गई है, ताकि किसी भी लाभार्थी को तेल की कमी का सामना न करना पड़े। हैफेड और कनफेड ने तेल की आपूर्ति में कोई कसर नहीं छोड़ी है और यह सुनिश्चित किया है कि तेल वितरण में कोई बाधा न आए।
शिकायतों का समाधान
राज्य सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि राशन डिपो पर आने वाली किसी भी शिकायत का तुरंत समाधान किया जाएगा। यदि किसी लाभार्थी को नवंबर महीने का तेल नहीं मिला था, तो उसे दिसंबर में दो महीने का तेल एक साथ मिल जाएगा। यह कदम यह सुनिश्चित करेगा कि किसी भी लाभार्थी को परेशानियों का सामना न करना पड़े।