भारत में कई कंपनियां कर्मचारियों की सैलरी से प्रोविडेंट फंड (PF) का पैसा तो काट लेती हैं, लेकिन इसे ईपीएफ अकाउंट में जमा नहीं करातीं। हाल ही में स्पाइसजेट जैसी बड़ी कंपनियों पर इस तरह के मामलों के आरोप लगे हैं। इस प्रवृत्ति पर रोक लगाने के लिए ईपीएफओ (EPFO) अब अपने आईटी सिस्टम को बैंकों की तर्ज पर अपग्रेड कर रहा है। जल्द ही जैसे ही पीएफ का पैसा कर्मचारी के खाते में जमा होगा, उसे रियल टाइम में एसएमएस के माध्यम से जानकारी मिल जाएगी।
यह कदम न केवल कंपनियों को जवाबदेह बनाएगा, बल्कि कर्मचारियों को यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि उनका मेहनत का पैसा सही जगह पर जा रहा है। यदि किसी महीने यह एसएमएस नहीं आता, तो कर्मचारी तुरंत सतर्क हो सकता है और शिकायत दर्ज करवा सकता है।
PF का पैसा डकार नहीं पाएंगी कंपनियां
ईपीएफओ ने यह महसूस किया है कि कर्मचारियों को यह जानकारी मिलनी चाहिए कि उनकी सैलरी से काटा गया पीएफ का पैसा सही समय पर जमा हो रहा है या नहीं। अब तक, कर्मचारी केवल बैलेंस चेक करने के लिए वेबसाइट, ऐप, या एसएमएस का सहारा लेते थे। लेकिन रियल टाइम अपडेट की कमी अक्सर कंपनियों को इस फंड के दुरुपयोग का मौका देती थी।
ईपीएफओ का नया आईटी सिस्टम बैंकों की तरह अत्याधुनिक होगा, जिससे हर महीने पीएफ का पैसा जमा होने के तुरंत बाद एसएमएस भेजा जाएगा। इससे कर्मचारियों को न केवल पारदर्शिता मिलेगी बल्कि कंपनियों द्वारा गड़बड़ी की संभावना भी घटेगी।
कंपनियों की मनमानी पर लगाम
ऐसे कई उदाहरण सामने आए हैं, जहां कंपनियों ने कर्मचारियों के पीएफ का पैसा काटने के बाद उसे उनके खाते में जमा नहीं किया। इससे कर्मचारियों को भविष्य में आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। ईपीएफओ के इस कदम से कंपनियों की इस गैर-जिम्मेदाराना हरकत पर लगाम लगेगी।
PF बैलेंस कैसे चेक करें?
भले ही एसएमएस सुविधा से जानकारी मिलेगी, लेकिन कर्मचारी अपने पीएफ बैलेंस को अन्य तरीकों से भी चेक कर सकते हैं। वेबसाइट, उमंग ऐप, मिस्ड कॉल, और एसएमएस जैसी सुविधाएं पहले से उपलब्ध हैं।
Q1: ईपीएफओ का एसएमएस सिस्टम कब से लागू होगा?
यह सिस्टम जल्द ही लॉन्च होने की योजना में है। ईपीएफओ इसकी टेस्टिंग के अंतिम चरण में है।
Q2: अगर किसी महीने एसएमएस नहीं आए तो क्या करें?
अगर एसएमएस नहीं आता, तो तुरंत कंपनी के एचआर से संपर्क करें और ईपीएफओ में शिकायत दर्ज करें।
Q3: क्या यह सुविधा सभी कर्मचारियों के लिए उपलब्ध होगी?
हां, यह सुविधा सभी ईपीएफओ खाताधारकों के लिए होगी, जिनका मोबाइल नंबर उनके खाते में पंजीकृत है।
ईपीएफओ का यह कदम कर्मचारियों को सशक्त बनाने और कंपनियों की मनमानी पर लगाम लगाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। रियल टाइम एसएमएस अपडेट से न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि कंपनियों को भी जवाबदेह बनाया जाएगा।