उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में एक विशेष कार्यक्रम के दौरान 70 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को आयुष्मान कार्ड वितरित किए। इस मौके पर उन्होंने योजना की उपलब्धियों की सराहना करते हुए बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रत्येक पात्र नागरिक को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मुहैया कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह योजना बुजुर्गों को उनके परिवार के साथ जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है और इसका लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचना चाहिए।
दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2018 में शुरू की गई इस योजना को दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना करार दिया। उन्होंने बताया कि इसमें लाभार्थियों को किसी भी प्रकार का आर्थिक बोझ नहीं उठाना पड़ता। जरूरत सिर्फ यह है कि लाभार्थी हर साल अपना कार्ड रिन्यू कराएं। योजना के तहत देश के किसी भी जिले, प्रदेश, या निजी एवं सरकारी अस्पताल में मुफ्त इलाज की सुविधा उपलब्ध है।
सीएम योगी ने कहा, “यह योजना बुजुर्गों के लिए एक वरदान है। यह न केवल स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करती है, बल्कि परिवारों को आर्थिक और भावनात्मक रूप से जोड़ने में भी सहायक है।”
गोरखपुर के 280 अस्पताल योजना में शामिल
गोरखपुर में योजना के तहत 280 अस्पतालों को शामिल किया गया है, जिनमें से 191 सरकारी और 89 निजी क्षेत्र के अस्पताल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि बुजुर्गों को इन अस्पतालों में उपलब्ध सभी सुविधाओं की जानकारी हो। उन्होंने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे बुजुर्गों के लिए आयुष्मान कार्ड बनवाने का अभियान चलाएं और उन्हें इस योजना का पूरा लाभ दिलाएं।
“परिवार का आर्थिक बोझ उठाएगी सरकार”
मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि बुजुर्गों को परिवार के लिए कोई बोझ न मानते हुए उन्हें परिवार के साथ जोड़ने का काम सरकार कर रही है। उन्होंने कहा, “सरकार हर बुजुर्ग का 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा मुफ्त में उपलब्ध कराएगी, जिससे बुजुर्गों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी और परिवार आर्थिक चिंताओं से मुक्त होगा।”
सशक्त भारत के लिए स्वस्थ भारत जरूरी
सीएम योगी ने कहा कि सशक्त भारत निर्माण के लिए स्वस्थ भारत जरूरी है। उन्होंने डबल इंजन सरकार की प्रतिबद्धता का जिक्र करते हुए कहा कि यह योजना हर नागरिक को आरोग्य और आर्थिक स्थिरता प्रदान करने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का यह कर्तव्य है कि वे लोगों को जागरूक करें, उनके कार्ड बनवाएं और इस योजना की जानकारी घर-घर तक पहुंचाएं।
सामाजिक ऋण से मुक्ति का अवसर
मुख्यमंत्री ने योजना को न केवल स्वास्थ्य लाभ का साधन बल्कि सामाजिक दायित्वों की पूर्ति का माध्यम भी बताया। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों की सेवा करने वाले लोग मातृ ऋण, पितृ ऋण और रिद्धि ऋण से मुक्ति प्राप्त कर पुण्य के भागी बनेंगे।
अभियान चलाने का आह्वान
कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि आयुष्मान योजना को सफल बनाने के लिए जनप्रतिनिधि, सामाजिक संस्थाएं और अधिकारी मिलकर अभियान चलाएं। उन्होंने बुजुर्गों को अस्पतालों की सूची उपलब्ध कराने और योजना की हर जानकारी देने पर भी जोर दिया।