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Home Loan की EMI पर जल्द मिलेगी राहत, RBI का बना रहा प्लान

महंगाई और GDP ग्रोथ के बीच, RBI की MPC बैठक में हो सकता है बड़ा फैसला। जानिए रेपो रेट कटौती के आसार, होम लोन धारकों को कैसे मिल सकती है राहत और आपकी EMI पर इसका सीधा असर। पढ़ें पूरी खबर!

By Pankaj Yadav
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Home Loan की EMI पर जल्द मिलेगी राहत, RBI का बना रहा प्लान
Home Loan की EMI पर जल्द मिलेगी राहत

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक 4 से 6 दिसंबर, 2024 को आयोजित हो रही है। इस बैठक में होम लोन ईएमआई (Home Loan EMI) पर राहत मिलने की उम्मीदें जताई जा रही हैं। रेपो रेट (RBI Repo Rate) वर्तमान में 6.5% पर स्थिर है, और लोग इस उम्मीद में हैं कि आरबीआई इस पर कटौती कर सकता है। रेपो रेट में कमी का सीधा असर होम लोन और अन्य लोन की ईएमआई पर पड़ता है, जिससे आम जनता को राहत मिल सकती है।

Home Loan की EMI पर जल्द मिलेगी राहत

फिलहाल खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation Rate) फिर से 6% के पार पहुंच चुकी है। खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमतों के कारण महंगाई बढ़ी है, जो आरबीआई के लिए एक बड़ी चुनौती है। दूसरी ओर, GDP ग्रोथ रेट अपेक्षा से कम रहने के कारण आरबीआई की नीतियों पर दबाव बढ़ा है। विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा परिस्थितियों में केंद्रीय बैंक के पास सीमित विकल्प हैं।

रेपो रेट में कटौती की संभावना

बैंक ऑफ बड़ौदा और अन्य विशेषज्ञों का मानना है कि रेपो रेट में फरवरी 2025 तक कोई बड़ा बदलाव संभव नहीं है। वर्तमान आर्थिक स्थिति और ग्लोबल माहौल को देखते हुए आरबीआई ने फरवरी 2023 से रेपो रेट को 6.5% पर बरकरार रखा है। दिसंबर 2024 की बैठक में भी रेपो रेट में कटौती की संभावना कम है, लेकिन फरवरी 2025 तक महंगाई नियंत्रित हुई तो राहत मिल सकती है।

MPC बैठक के फैसले का इंतजार

MPC बैठक के दौरान लिए गए फैसलों की घोषणा 6 दिसंबर को आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास करेंगे। बैठक के नतीजों से यह स्पष्ट होगा कि Home Loan ईएमआई सस्ती होगी या नहीं। विशेषज्ञों का कहना है कि आरबीआई का फोकस महंगाई पर नियंत्रण और GDP ग्रोथ को स्थिर करने पर रहेगा।

अगर फरवरी 2025 तक महंगाई नियंत्रित होती है तो रेपो रेट में कटौती संभव है। इससे होम लोन और अन्य लोन पर ब्याज दरें कम हो सकती हैं। हालांकि, वर्तमान आर्थिक माहौल को देखते हुए दिसंबर 2024 में रेपो रेट में कोई बदलाव होने की संभावना नहीं है।

जीडीपी और महंगाई दर पर एक्सपर्ट्स की राय

अक्टूबर 2024 में उपभोक्ता महंगाई दर (Consumer Price Inflation) 6% से ऊपर रही। विशेषज्ञों का कहना है कि महंगाई और GDP दोनों के पूर्वानुमानों में बदलाव होगा। इक्रा की चीफ इकोनॉमिस्ट के अनुसार, यदि महंगाई दर कम होती है तो फरवरी 2025 में रेपो रेट में राहत दी जा सकती है।

होम लोन उधारकर्ताओं को क्या करना चाहिए?

उधारकर्ताओं को फिलहाल अपने बजट को ध्यान में रखते हुए वित्तीय योजनाएं बनानी चाहिए। रेपो रेट में कटौती होने तक ईएमआई का बोझ बना रह सकता है। हालांकि, भविष्य में महंगाई कम होने पर राहत मिल सकती है।

1. रेपो रेट में कटौती कब हो सकती है?
फरवरी 2025 में रेपो रेट में कटौती संभव है, अगर महंगाई दर नियंत्रित होती है।

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2. रेपो रेट में कटौती से Home Loan ईएमआई पर क्या असर होगा?
रेपो रेट में कटौती से होम लोन पर ब्याज दरें कम होंगी, जिससे ईएमआई का बोझ घटेगा।

3. दिसंबर 2024 में रेपो रेट घटने की संभावना कितनी है?
दिसंबर 2024 में रेपो रेट में कटौती की संभावना कम है, क्योंकि महंगाई दर अभी भी उच्च स्तर पर है।

4. वर्तमान में रेपो रेट क्या है?
वर्तमान में रेपो रेट 6.5% है।

5. महंगाई दर का रेपो रेट पर क्या प्रभाव पड़ता है?
महंगाई दर अधिक होने पर रेपो रेट में कटौती करना मुश्किल हो जाता है, क्योंकि इसका उद्देश्य महंगाई पर नियंत्रण करना है।

6. होम लोन उधारकर्ताओं को क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
उधारकर्ताओं को अपने बजट का ध्यान रखना चाहिए और अप्रत्याशित खर्चों से बचना चाहिए।

7. MPC बैठक के नतीजे कब घोषित होंगे?
MPC बैठक के नतीजे 6 दिसंबर 2024 को घोषित किए जाएंगे।

8. रेपो रेट में कटौती से अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
रेपो रेट में कटौती से लोन सस्ता होगा, जिससे खपत और निवेश बढ़ेगा, और GDP ग्रोथ को बल मिलेगा।

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Author
Pankaj Yadav
मैं, एक अनुभवी पत्रकार और लेखक हूं, जो भारतीय राजनीति, समाज और संस्कृति से जुड़ी महत्वपूर्ण खबरों और मुद्दों पर लिखता हूं। पिछले 6 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रहा हूं और वर्तमान में GMSSS20DCHD के लिए स्वतंत्र लेखक के तौर पर योगदान दे रहा हूं। मुझे सटीक तथ्यों और दिलचस्प दृष्टिकोण के साथ समाचार और लेख प्रस्तुत करना पसंद है। मेरा मानना है कि एक पत्रकार का काम केवल खबरें देना नहीं, बल्कि समाज को जागरूक और संवेदनशील बनाना भी है।

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